राहुल गांधी काे दूसरे नाम से संबाेधित करने पर सदन में भिड़े कांग्रेस अाैर भाजपा के विधायक, हाथापाई की नाैबत

सदन में शुक्रवार काे एक बार फिर हंगामा हुअा। पक्ष-विपक्ष विधायक आपस में भिड़ गये। हाथापाई की नौबत तक आ गई। वेल में ही गाली-गलौज हाे गया। कुछ विधायकों ने ताे अपने बांहें भी चढ़ा ली अाैर एक-दूसरे को देख लेने की धमकी देते हुए मारपीट पर भी उतारू हो गये। कांग्रेस अाैर भाजपा के विधायकाें के बीच यह सब चल रहा था। विधायकाें की नाराजगी इतनी ज्यादा थी कि वे स्पीकर के अाग्रह काे लगातार ठुकरा रहे थे। उनकी कोई भी बात सुनने को विधायक तैयार ही नहीं थे। जब एेसा लगा कि दाेनाें पक्षाें के बीच हाथा-पाई हाे जाएगी तब प्रदीप यादव अाैर अालमगीर अालम ने सभी काे अलग किया। 


इधर, शाेर शराबा ज्यादा हाेने पर स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 50 मिनट के लिए स्थगित की दी। यह सारा बवाल भाजपा विधायक सीपी सिंह द्वारा राहुल गांधी को पप्पू बोलने और कांग्रेस विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी द्वारा पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा सदस्य बनाये जाने का मुद्दा उठाने को लेकर हुआ था। हालांकि स्पीकर ने बाद में सीपी सिंह के बयान काे स्पंज करने की घाेषणा की। कार्यवाही स्थगित हाेने के बाद भाजपा के विधायकाें ने स्पीकर से जाकर डा. इरफान अंसारी द्वारा गाली दिए जाने की शिकायत की। 


इसके पूर्व विधायक डा. इरफान अंसारी ने सदन में पहले राष्ट्रपति के फैसले पर कड़ा एतराज जताते हुए देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश रजंन गोगोई का संसद में उनके शपथ लेने का विरोध जताया। इसका भाजपा ने कड़ा प्रतिराेध किया अाैर वे डॉक्टर इरफान पर बरस पड़े। स्पीकर ने भी इसपर एतराज जताते हुए कहा कि इस सदन का अपना दायरा है। इसलिए सदन के दायरे के बाहर का सवाल उठाना ठीक नहीं है। तब भाजपा विधायक सीपी सिंह ने स्पीकर से देशहीत में अर्जेंट बात कहने के लिए इजाजत मांगी। स्पीकर ने उन्हें बाेलने का अवसर दिया।


सीपी सिंह ने जैसे ही यह कहा कि 16 मार्च को संसद में राहुल गांधी उर्फ पप्पू ने, तब उनका वाक्य पूरा होने से पहले ही कांग्रेस के लाेग जोरदार विरोध करते हुए वेल में आ गये। तब भाजपा के सदस्य भी उनका विरोध करने लगे। स्पीकर बार बार सबकाे वापस जाने को कहा तो जाते-जाते डा. इरफान अंसारी ने भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही के लिए असंसदीय शब्द का प्रयोग कर दिया। फिर क्या था, भाजपा के भी सभी विधायक बांह चढ़ाते हुए वेल में आ गये। मार-पीट की नौबत आ गई। एक तरफ भाजपा विधायक रणधीर सिंह सहित कर्ह विधायक पूरे अाक्राेश में थे तो दूसरी ओर डा. इरफान अंसारी और कई दूसरे विधायक भी भिड़ने के लिए तैयार थे। इसी क्रम में स्पीकर ने 11.20 बजे सदन की कार्यवाही काे दाेपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


सत्ता पक्ष ने सीपी पर, विपक्ष ने इरफान पर कार्रवाई की मांग की
दूसरी बार सदन की कार्यवाही फिर 12.03 बजे शुरू हाेते ही फिर से हंगामा शुरू हो गया। प्रदीप यादव ने कहा, सीपी सिंह इतने सीनियर सदस्य हैं उनको इतनी हल्की बात नहीं बोलनी चाहिए। राहुल गांधी देश के एक बड़े नेता हैं। सीपी को माफी मांगनी चाहिए। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके बाद कांग्रेस के विधायक नारे बाजी करने लगे कि सीपी सिंह काे माफी मांगना होगा, गुंंडागर्दी नहीं चलेगी। स्पीकर ने सभी पक्षाें काे वापस अपनी सीट पर जाने काे कहा अाैर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लेने की बात कही तो फिर से हंगामा शुरू हाे गया। कांग्रेस के विधायक सीप सिंह के माफी मांगे बिना चुप हाेने काे तैयार नहीं थे। स्पीकर ने कड़े शब्दाें में कहा एक षडयंत्र के तहत सदन की कार्यवाही बाधित करना उचित नहीं है। कुछ सदस्यों के दिमाग में इस तरह का बात सदन में आ रहा है जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। जनमुद्दों के सवाल नहीं आते और समाधान नहीं हो पा रहा है। ऐसे काम के लिए हम यहां नहीं आये हैं। इस दौरान कांग्रेस के विधायक हंगामा करते रहे। उनकी एक ही मांग थी सीपी सिंह माफी मांगें। 


इस बीच संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि सीपी सिंह जब भी अपनी बात रखने उठते हैं तो हमारे नेता राहुल गांधी को पप्पू बोलते हैं। यह मर्यादाहीन शब्द है। इसलिए सीपी सिंह को खेद प्रकट करना चाहिए। वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सीपी सिंह को सदन से निलंबित किया जाए। हम लोग पीएम के बारे कभी नहीं बोलते हैं। पिछले सत्र में भी सीपी ने भी यही बात की थी और माफी मांगने बाले पर भी माफी नहीं मांगी। सदन की पूरी कार्यवाही को डिस्टर्ब किया। हमें आहत भी किया जाता है। प्रदीप यादव बोले सीपी सिंह जानबूझकर ऐसा करते हैं या उनकी जुबान फिलती है तो यह ठीक नहीं है। राहुल गांधी के लिए यह भद्दी गाली है। इसलिए माफी मांगें। 


मैंने काेई असंसदीय टिप्पणी नहीं की, किताब में खाेज कर दिखाएं : सीपी सिंह
हंगामें के बीच सीपी सिंह ने स्पीकर से कहा कि उन्होंने जो कहा है वह रिकॉर्ड में है। उन्होंने सदन में कहा है उससे लोगोें को तकलीफ है तो महाधिवक्ता या न्यायाधीश से पूछ लिया जाए कि जो शब्द उन्होंने बोला है वह अंससदीय होगा तो वह माफी मांगेंगे। अन्यथा सीपी सिंह न तो टूट सकता है और न ही झुक सकता है। इस पर मंत्री आलमगीर ने कहा कि अाखिर इतने सारे लोगों को खराब क्यों लगा है। सच्चाई क्या है यह पूरा सदन जानता है। यह गाली का शब्द है। किसी को लल्लू या पप्पू बोलते हैं तो खुद समझना चाहिए और सीपी सिंह को अपने में झांकना चाहिए। भाजपा विधायक नीलकंठ मुंडा ने कहा कि इरफान ने भी भानु को गाली दी है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने विपक्ष को गाली दी है। यह बात हम सबसे वरिष्ठ नेता पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र सिंह के सिर पर हाथ रखकर कसम खाकर कहते हैं। इसलिए पहले सत्ता पक्ष के लोग माफी मांगें। स्पीकर ने इस प्रकरण से दुखी नजर अाए। 


उन्हाेंने कहा कि सभी को समझना चाहिए कि हम कहां से निकले, कहां आये और क्या कर रहे हैं। सभी आत्म मंथन करें। स्टीफन मरांडी ने भी सीपी सिंह पहले भी ऐसा आचरण कर चुके हैं। वह सदन को डिस्टर्ब करने के लिए कुछ से कुछ बोलते हैं। सीपी सिंह राहुल को पप्पू बालने वाले में माफी मांगें। इस पर सीपी सिंह ने कहा कि उन्हें टारगेट करके क्या मिलेगा। वह एक संस्कारी व्यक्ति हैं। जब से सदन शुरू हुआ है उन्होंने कभी कुछ नहीं बोला है। वह सभी की इज्जत करते हैं। उन्होंने कोई असंसदीय भाषा का प्रयोग नहीं किया इसलिए माफी मांगने का सवाल पैदा नहीं होता है। इसके बाद स्पीकर ने बाकी विधायी कार्य निपटाकर सदन की कार्यवाहीं दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


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